अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन के दिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनको रामलला का वनवास खत्म होता रास नहीं आ रहा है. भूमिपूजन से क्यों चिढ़े असदुद्दीन ओवैसी? किसने दी बाबरी के नाम पर 'धमकी'? इस मुद्दे पर AIMPLB सदस्य यास्मीन फारूकी ने कहा, भारत को लेकर जो सपना देखा गया था, वो टूट गया. हमें सुप्रीम कोर्ट पर आस्था थी. वहां पर मस्जिद थी, हम इस बात को मानते हैं और आगे भी मानते रहेंगे. सत्ता में बैठे लोग हिन्दू-मुस्लिम की एकता को खत्म कर रहे हैं.