भूमि पूजन से पहले हनुमान गढ़ी के महंत ने कहा कि हर एक मंदिर में हनुमान जी राजा बनकर सिंहासन पर बैठे हैं. भगवान श्रीराम ने हनुमान जी को ज्येष्ठ पुत्र के रूप में मानकर उनको वहां का राजा बनाया है. राम मंदिर की जमीन खैरात में नहीं मिली है. कांग्रेस ने 8 साहित्यकार लगाया कि सर्वे करो और इसे बौद्ध धर्म का साबित करो. 76 बार हमने संघर्ष किया और लगभग 300 से ज्यादा संतों ने अपनी जान की कुर्बानी दी तब जाकर ये शुभ दिन आया है.