इंदौर नगर निगम द्वारा कंप्यूटर बाबा के आश्रम की नपती के संबंध में जारी किए गए नोटिस के बाद कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर मोर्चा संभाल लिया है। आज कॉन्ग्रेस शहर अध्यक्ष के साथ कांग्रेस के विधायक बाबा से मिलने पहुंचे और उन्हें आश्वस्त किया कि यदि निगम कोई भी कार्रवाई करता है तो कॉन्ग्रेस सड़क पर उतर कर अपना विरोध जाहिर करेगी। दरअसल कंप्यूटर बाबा ने लोकतंत्र बचाओ यात्रा निकाल कर प्रदेश सरकार की खिलाफत शुरू की थी। इसी बीच बाबा के इंदौर स्थित दो आश्रम को नगर निगम द्वारा नपती का नोटिस जारी किया गया है। निगम द्वारा जारी किए गए इस नोटिस को सरकार की द्वेष पूर्ण कार्रवाई बताते हुए कल कंप्यूटर बाबा ने प्रेस वार्ता लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। वही आज कांग्रेस ने बाबा के समर्थन में मैदान संभाल लिया है। कांग्रेस के शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और विधायक विशाल पटेल और संजय शुक्ला आज बाबा से मिलने पहुंचे। इस दौरान कांग्रेस विधायक विशाल पटेल ने निगम की कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए कहा कि पंचायत सीमा में आने वाले आश्रम को नोटिस देकर निगम खुद ही सवालों के घेरे में है। साथ ही इंदौर के प्रशासनिक अधिकारियों को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि इंदौर में लगभग ढाई सौ से अधिक धार्मिक स्थल बगीचों की जमीन पर बने हैं,क्या जिम्मेदार उन्हें भी तोड़ेंगे। कंप्यूटर बाबा के आश्रम में बने मंदिर को अपनी कुलदेवी का मंदिर बताते हुए विधायक पटेल ने कहा कि यह मंदिर उनके समाज का है। इसे कंप्यूटर बाबा ने नहीं बल्कि उनके समाज के लोगों ने बनवाया है। विधायक पटेल ने कहा कि हिंदुत्ववादी सरकार होने का दावा करने वाली भाजपा यदि मंदिर तोड़ने के बारे में सोचेगी तो यही सभी को नर्क भुगतना पड़ेगा।