बस-कार की भिड़ंत में दम्पति व गर्भवती पुत्री सहित चार की मौत
- बस के एक दर्जन यात्री चोटिल, मृतकों में मेल नर्स भी शामिल
- गर्भवती पुत्री की जांच कराने के लिए जोधपुर ला रहे थे दम्पति
- क्रेन की मदद से एक-डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाले जा सके शव
जोधपुर/धुंधाड़ा.
झंवर थानान्तर्गत बाड़मेर रोड पर लूणावास चारणान गांव के पास मंगलवार दोपहर लोक परिवहन सेवा की बस-कार की भिड़ंत में कार में सवार दम्पति व पुत्री के अलावा एक कम्पाउंडर की मृत्यु हो गई। एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं।
सहायक पुलिस आयुक्त (बोरानाडा) मांगीलाल ने बताया कि लूणावास चारणान गांव के पास लोक परिवहन सेवा की एक बस व कार की आमने-सामने भिड़ंत हुई है। कार में सवार समदड़ी (बाड़मेर) तहसील में अजीत गांव निवासी नर्स शंकरलाल पुत्र जीवाराम चौधरी, चिरडि़या गांव निवासी श्यामलाल पुत्र पुखराज सैन, उसकी पत्नी सीता व पुत्री वर्षा (२२) की मृत्यु हो गई। मेल नर्स शंकरलाल कार चला रहा था। बस में सवार एक दर्जन यात्रियों के भी चोट आई। जिन्हें मथुरादास माथुर अस्पताल के ट्रोमा सेंटर लाया गया। हादसे का पता लगने पर पुलिस कमिश्नर जोस मोहन, पुलिस उपायुक्त आलोक श्रीवास्तव, एडीसीपी उमेश ओझा, एसीपी मांगीलाल, झंवर थानाधिकारी परमेश्वरी व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। चारों शव अस्पताल की मोर्चरी भेजे। कोविड-१९ जांच के लिए नमूने लिए गए हैं।
गर्भवती पुत्री को जांच कराने ला रहे थे अस्पताल
पुलिस का कहना है कि अजीत गांव के पास चिरडि़या गांव निवासी श्याम सैन की पुत्री वर्षा गर्भवती थी। उसकी जांच कराने के लिए माता-पिता कार में जोधपुर ला रहे थे। अजीत गांव निवासी मेल नर्स शंकरलाल मदद के लिए खुद की कार लेकर तीनों के साथ आ रहा था।
६० फीट तक बस को घसीटते ले गई कार
पुलिस को अंदेशा है कि ओवरटेक के प्रयास या टायर फटने की वजह से कार सामने से आ रही बस से सड़क के बीच भिड़ गई। तेज रफ्तार की वजह से कार के आगे का हिस्सा बस के नीचे जा घुसा। इतना ही नहीं कार उलटी दिशा में बस को करीब पचास-साठ फुट तक घसीटते ले गई और सड़क किनारे जाकर रूकी। गनीमत रही कि बस दो-चार फुट पहले रूक गई। अन्यथा पीछे बड़े गड्डे में जाकर पलट सकती थी।
दो क्रेन से डेढ़ घंटे में निकाले जा सके शव
थानाधिकारी परमेश्वरी ने बताया कि दोनों वाहनों के आगे के हिस्से बुरी तरह फंस गए। बस के आगे बैठे यात्रियों के चोट आई। वे किसी तरह बाहर निकल गए। कार में सवार चारों व्यक्तियों के फंसने से मौके पर ही मृत्यु हो गई। ग्रामीण व पुलिस जवानों ने बाहर निकालने की काफी मशक्कत की। दो हाइड्रो क्रेन बुलाकर बस को ऊपर कर कार निकाली गई, लेकिन उसमें से चारों को बाहर निकालने के लिए न सिर्फ कार के दरवाजे तोडऩे पड़े, बल्कि कार के ऊपर का हिस्सा भी हटाना पड़ गया। करीब डेढ़ घंटे में चारों शव बाहर निकाले जा सके।