शाजापुर जिले में महिलाओं का समूह बनाकर लोन देने वाली संस्थाओं के कर्मचारी लोन की किश्त नहीं चुकाने वाली महिलाओं के साथ गाली-गलौज कर अभद्र व्यवहार कर रहे हैं। इसकी शिकायत ग्राम रसूलपुर की महिलाओं ने कलेक्टर दिनेश जैन से की है। इन महिलाओं ने न्याय मांगने के लिए आज सांकेतिक धरना दिया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि जिला प्रशासन ने उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया, तो महिलाएं हाईवे पर आमरण अनशन करेंगी। ग्राम रसूलपुर की महिलाओं ने बताया कि लॉकडाउन के पूर्व अपनी आजीविका चलाने के लिए ग्राम रसूलपुर की 4 दर्जन से अधिक महिलाओं ने महिला समूह को लोन देने वाली संस्था से लोन लिया था। जब तक लॉकडाउन नहीं लगा था, तब तक महिलाओं द्वारा समय पर लोन की किश्त चुकाई जा जा रही थी, लेकिन लॉकडाउन के बाद महिलाओं की और उनके परिजनों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई। जिसके बाद वह लोन चुकाने में असमर्थ हो गई। उन्होंने लोन देने वाली संस्था के कर्मचारियों से कहा कि उन्हें रोजगार मिलते ही किश्त की राशि चुका देंगी, लेकिन संस्थाओं के कर्मचारियों ने इन महिलाओं की बात नहीं मानी और अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया। महिलाओं ने बताया कि कई बार उन्हें गाली गलौज का सामना भी करना पड़ता है। महिलाओं ने कहा कि हमें थोड़ा और समय चाहिए, इसके बाद कहीं से भी उक्त संस्थाओं का लोन चुका देंगे, लेकिन लोन देने वाली संस्था के कर्मचारी मानने को तैयार नहीं है। कर्मचारियों की अभद्रता से परेशान महिलाओं ने कलेक्टर दिनेश जैन को एक ज्ञापन सौंपा। गांव की महिलाएं आज इसी बात को लेकर गांव में ही सांकेतिक धरने पर बैठ गई।