िसान भगा रहे टिड्डी
चल रही टिड्डियों के खात्मे की कोशिश
प्रदेश में टिड्डी हमले लगातार जारी हैं और किसानों की परेशानी बड़ी हुई है।
सूरतगढ़ के निकटवर्ती गांव रघुनाथपुरा व आसपास के क्षेत्र में शनिवार सुबह करीब 10 बजे टिड्डीयों के बड़े दल ने किसानों की फसलों पर धावा बोल दिया । यह टिड्डी किसानों की नरमें ,कपास आदि फसलों पर बैठने से किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रही हैं। मौके पर आकर किसान अपने खेतों में थाली ,पीपे ,पटाखे ,मोटरसाईकिल व टैक्टर आदि से इन टिड्डीयों को उड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। स्थानीय किसानों द्वारा प्रशासन को अवगत करवाया है ।
वही श्रीगंगानगर के गोपालसर और 1 जीपीएम क्षेत्र में भी टिड्डियों ने फसलों पर हमला किया। रामसिंहपुर क्षेत्र के गांव कूंपली, भागसर, 8 व 6 एएस में भी टिड्डी दल आया।
बार बार आ रहे टिड्डी दल से किसान परेशान हैं। किसान सूचना मिलते ही खेतों की ओर दौड़े और थाळी, पीपा व पटाखे बजाकर टिड्डी उड़ाई।उनका कहना था कि नरमें की फसल में टिड्डी बैठने से नुकसान की आशंका है।
टिड्डियों का किया खात्मा
सूरतगढ़ के राजियासर क्षेत्र के बछरारा के पास जमा हुई टिड्डियों का कृषि विभाग व टिड्डिी नियंत्रण मण्डल कार्यालय की टीमों ने कीटनाशी दवा का छिड़काव कर खात्मा कर दिया। वहीं राजस्व विभाग की ओर से भी फसलों को हुए नुकसान का सर्वे किया जा रहा है।
टिड्डी नियंत्रण मण्डल कार्यालय प्रभारी डॉ. एनके मीना ने बताया कि शुक्रवार शाम को महाजन फील्ड फायरिंग रेंज से हवाओं के साथ टिड्डियों का एक झुण्ड ने क्षेत्र के प्रेमनगर, अमरपुरा, राजियासर से होते हुए रात्रि में बछरारा के पास ठहराव किया। सूचना मिलने पर कृषि अधिकारी व टिड्डी नियंत्रण कार्यालय के अधिकारी मौके पर पहुंचे। कृषि विभाग की टीम ने ग्रामीणों के सहयोग से टिड्डियों को मारने के लिए कीटनाशी दवा का छिड़काव देर रात्रि को किया। वहीं टिड्डी नियंत्रण मण्डल कार्यालय की तीन टीमों ने देर रात्रि करीब साढ़े तीन से सुबह आठ बजे विशेष अभियान चलाकर टिड्डियों का खात्मा किया। कृषि विभाग की ओर से
सहायक कृषि अधिकारी मुकंद सिंह के नेतृत्व में टीम देर रात्रि तक जुटी रही।
उन्होंने बताया कि शनिवार सुबह रघुनाथपुरा क्षेत्र में शेष रही टिड्डियां उडऩे की सूचना मिली है। देर शाम तक टिड्डियां बैठने पर ही इनके खात्मे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
फसलों को नुकसान, हो रहा सर्वे
टिड्डियों के लगातार हो रहे हमलों से किसानों की चिंता बढ़ गई है। इससे नरमा कपास की फसलों को नुकसान होने की आशंका है। वही राजस्व विभाग के कर्मचारी भी प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुकसान का सर्वे कर रहे हैं। इनकी रिपोर्ट तहसीलदार के मार्फत जिला कलक्टर को प्रेषित की जाएगी।