कोरोनावायरस काल में Shoping Malls की Economy, कैसा है Customer का रुझान

2020-07-11 591

कोरोना स्पेशल, आज के कार्यक्रम में हम बात करेंगे कोरोना लॉकडाउन के बाद खुले शॉपिंग मॉल्स और वहां चल रहे व्यापार-व्यवसाय की। आखिर कोरोना काल में ग्राहक की मानसिकता में क्या बदलाव हुआ है और व्यापार पर इसका क्या असर पड़ा है?

लॉकडाउन में व्यवसाय ठप होने के कारण व्यापारियों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। मॉल फिर से खुल तो गए हैं, लेकिन ग्राहकी अभी सीमित है। इसे कोरोना का डर कह लीजिए या फिर अर्थव्यवस्था में आई गिरावट। मगर इसका साफ असर ग्राहकी पर देखा जा रहा है। हालांकि मॉल संचालकों और व्यापारियों को पूरी उम्मीद है कि 2 से 3 माह में स्थितियां पहले की तरह सामान्य हो जाएंगी।


मॉल्स में संचालकों ने कोरोना के मद्देनजर सुरक्षा के सभी उपाय किए हैं। एंट्री गेट पर ही थर्मल स्केनिंग एवं सेनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। धीरे-धीरे ग्राहकों की आमद भी बढ़ रही है।


दुकानदार भी ग्राहकों के साथ अपनी सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रख रहे हैं। हालांकि ग्राहक अभी जरूरी चीजों की ही खरीदारी में रुचि दिखा रहे हैं।


भले ही फिलहाल कम संख्‍या में लोग मॉल्स में जा रहे, लेकिन धीरे-धीरे ग्राहकों का भरोसा बढ़ रहा है। मॉल्स में सुरक्षा व्यवस्था देखकर उनका डर भी कम हो रहा है।


इसमें कोई संदेह नहीं कि 2-3 माह में एक बार फिर व्यापार-व्यवसाय सामान्य गति से चलने लगेगा। लेकिन फिलहाल व्यापारियों की चिंता यह भी है कि वे इस नुकसान से कैसे उबरेंगे। दबी जुबान में ही सही लेकिन व्यापारी यह भी कहते हैं कि उन्हें किराए में थोड़ी तो रियायत मिलनी ही चाहिए।

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