उज्जैन जिले के ग्राम नीलकंड की जहां पर रेलवे विभाग द्वारा उज्जैन से फतेहाबाद तक ब्रॉड गेज रेलवे लाइन का निर्माण किया गया वही जगह-जगह अंदर ग्राउंड पुल के निर्माण भी किए गए हैं। लेकिन ठेकेदार द्वारा जहां पर पुल का निर्माण किया है उसके आसपास मिटटी भरी हुई है जिसके कारण पानी का निकास नहीं होने के कारण किसानों के खेतों में पानी ही पानी लबालब भर चुका है। साथ ही गांव के लोगों के घरों के सामने भी कीचड़ ही कीचड़ हो गया है और लोगों का आना जाना भी बंद हो गया है। रेलवे के निर्माण से यहां के ग्रामीण भी परेशान हो रहे हैं। किसानों ने आरोप लगाया है कि ठेकेदार और रेलवे के अधिकारियों की लापरवाही के कारण आज यहां स्थिति बनी है की बारिश होते ही हमारे खेतों में पानी भर गया। पानी भरा होने के कारण एक बार तो हमारी सोयाबीन की फसल खराब हो गई और अब दूसरी बार सोयाबीन बोने के बाद वापस पानी भर गया है। शिकायत करने के बाद भी रेलवे के अधिकारी द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। वापस हमारी सोयाबीन खराब हो रही है तो उसका मुआवजा कौन देगा?अगर समय रहते यहां से पानी का निकास नहीं किया गया तो हमारे द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा अन्यथा रेलवे का जो काम चल रहा है हम किसानो द्वारा बंद कर दिया जाएगा। इस समय करीब सात, आठ किसानों के खेतों में पानी भर चुका है और सोयाबीन खराब हो रही है।