सीतामऊ जनपद के गाँवो मे महिलाओ की जगह मजदूरों से बनवाई गई पेंटिंग जहां शासन का लक्ष्य आजीविका मिशन के अंतर्गत लोगो को रोजगार देना और लाभ प्रदान करना है, इसके लिए महिलाओ को ट्रेनिंग दी जा रही है और उनसे शासन पेंटिंग बनवा रहा है जिसका भुगतान भी उनके खातों मे किया जा रहा है। लेकिन जनपद के जिम्मेदारो के भ्रष्टाचार के कारण सेकड़ो पेंटिंग पंचायतो मे जो बनाई गई उन्हें बनाया मजदूरों ने जबकि वे महिलाओ द्वारा बनाई जानी थी उनका निर्माण भी नील और अन्य वस्तुओ से किया गया जबकि मानक वस्तुए दूसरी तय थी। सीतामऊ जनपद के जिम्मेदारों की उदासिनता और मिलीभगत का नतीजा ये हुआ की दलाल और जनपद के जिम्मदारो ने 200 मे पेंटिंग बनवाकर 1000 की राशी का भुगतान करवाया और महिलाओ से अपना कमीशन लिया और इस तरह पंचायतो मे बनाई गई पेंटिंग के नाम पर बड़ा गमन कर लिया। लेकिन मामला उजागर होने के बाद भी जिम्मेदार अभी तक कोई कार्यवाही नहीं कर पाए है जिससे पुरे मामले कई सवाल खड़े हो रहे है पुरे मामले मे संबंधित कार्य के प्रभारी पर कार्यवाही और जांच और पूछताछ के बाद घोटाले मे शामिल दूसरे दलालो पर भी प्रकरण दर्ज होना चाहिए।