प्रदेश से गायब मानसून
६ जिलों में लू चलने की चेतावनी
७ जुलाई से पश्चिमी राजस्थान में मानसून के सक्रिय होने के संकेत
प्रदेश में गर्मी का दौर जारी है। हालांकि राजधानी जयपुर में सुबह छितराए बादल छाए रहे और करीब सात किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा बहने पर सुबह उमस से आंशिक राहत मिली, लेकिन दिन गुजरने के साथ ही गर्मी और उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया। हालांकि शाम को अचानक मौसम बदला और बादल घिर आए। रात तकरीबन आठ बजे शहर के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई जिससे कुछ देर के लिए मौसम खुशगवार हुआ लेकिन कुछ ही देर बाद उमस ने फिर परेशान करना शुरू कर दिया। राजधानी का तापमान ४१ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीकानेर अधिकतम तापमान 4४.८ डिग्री सेल्सियस के साथ प्रदेश में सबसे गर्म रहा।
तापमान में बढ़ोतरी की संभावना
स्थानीय मौसम विभाग के मुताबिक आगामी तीन चार तक व्यापक स्तर पर बारिश के लिए परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं। ७ से १० जुलाई के दौरान पश्चिमी राजस्थान में मानसून के सक्रिय होने के आसार है। इस दौरान बीकानेर और जोधपुर संभाग में मेघगर्जन के साथ बारिश में बढ़ोतरी हो सकती है। आगामी तीन दिनों के दौरान बीकानेर, चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर और जोधपुर जिलों में हीट वेव चलने की संभावना है। यहां अधिकतम तापमान 44 से 45 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज हो सकता है। हवा में नमी की मात्रा अधिक होने से उमस और बैचैनी का वातावरण भी बना रहेगा। वहीं पूर्वी राजस्थान में आगामी तीन दिनों तक मेघगर्जन के साथ हलकी से मध्यम बारिश संभव है।
पांच जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
४ जुलाई से पूर्वी राजस्थान में बारिश में बढ़ोतरी होने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। प्रदेश के पांच जिलों जयपुर, कोटा सवाई माधोपुर, करौली, बूंदी, बारां जिलों में कहीं कहीं पर भारी बारिश की संभावना है। जबकि बीकानेर, चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जोधपुर, पाली, जालोर, नागौर में धूल भरी आंधी आ सकती है। गौरतलब है कि राजस्थान में 24 जून को ही मानसून प्रवेश कर चुका था। उसके बाद यह तेजी से पूरे प्रदेश में छा गया था, लेकिन उसके तुरंत बाद ही यह देश के उत्तरी पूर्वी हिस्से में चला गया था। इसके चलते राज्य में मानसून की गतिविधियों पर ब्रेक लग गया और अब एक बार फिर भीषण गर्मी का दौर शुरू हो गया है।