कन्नौज. इत्रनगरी के नाम से मशहूर कन्नौज में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक पिता अपने मासूम बेटे के शव से लिपटकर रोते-रोते बेसुध हो गया है। बेहोशी के दौरान भी वह अपने जिगर के टुकड़े को सीने से लगाये जमीन पर ही गुत्थम-गुत्था है। पास में ही मृतक की मां भी दहाड़े मार-मारकर रो रही है। कन्नौज जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उनके एक साल के बेटे अनुज की मौत हो गई। वह बुखार से पीड़ित था। परिजनों ने बच्चे की मौत के लिए डॉक्टरों की लापरवाही को जिम्मेदार बताया है, वहीं स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि बच्चे की हालत गंभीर थी, जिसकी वजह से उसकी मौत हुई है।
कन्नौज सदर कोतवाली क्षेत्र के मिश्रीपुर गांव निवासी प्रेमचंद्र के एक वर्षीय पुत्र अनुज को कई दिनों से बुखार था। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। इमरजेसी में दिखाया जहां डॉ. वीके शुक्ला ने उसे बच्चों के डॉक्टर पीएम यादव के पास भेजा। बच्चे की तबियत सीरियस थी और डॉक्टर इधर से उधर भेज रहे थे। बच्चे की मौत के लिए परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। सीएमएस डॉ. यूसी चतुर्वेदी ने कहा कि बच्चे के उपचार में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई है। प्राथमिक उपचार जितना संभव था वह सब दिया गया, लेकिन वह बच नहीं पाया।
प्रेमचंद का कहना है कि जिला अस्पताल में कोई डॉक्टर उसके बच्चे का इलाज करने को तैयार नहीं था। वे कह रहे थे कि बच्चे को इलाज के लिए कानपुर ले जाओ। मीडिया की दखल के बाद डॉक्टरों ने उसे अस्पताल में भर्ती किया। थोड़ी ही देर बाद बेटे की मौत हो गई।
सीएमएस डॉ. यूसी चतुर्वेदी ने कहा कि बच्चे के इलाज में कहीं कोई लापरवाही नहीं हुई है। प्राथमिक उपचार में जितना संभव था, इलाज किया गया। हालत गंभीर होने के चलते बच्चे को बचाया नहीं जा सका।