उज्जैन जिले के ग्रामीण एवं नगरीय निकायों में ‘किल कोरोना’ अभियान एक जुलाई से प्रारंभ होगा। इस अभियान के दौरान सर्वे टीम द्वारा घर-घर जाकर सर्दी बुखार एवं खांसी वाले मरीजों की पहचान कर उनका परीक्षण करवाया जाएगा। अभियान का उद्देश्य कोरोना संक्रमण से प्रभावित मरीजों की पहचान एवं समय पर उपचार करना है। इस सिलसिले में कलेक्टर श्री आशीष सिंह की अध्यक्षता में बृहस्पति भवन में आज बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर ने बैठक में जिले के सभी एसडीएम, ब्लॉक मेडिकल अधिकारी, मुख्य नगर पालिका अधिकारियों तथा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा कि वे इस अभियान में गंभीरतापूर्वक अपनी सहभागिता करते हुए उज्जैन जिले को कोरोनामुक्त करने में अपना योगदान दें। कलेक्टर ने कहा है कि प्रत्येक गांव में सर्वे की टीम जाएगी। सर्वे टीम में आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा शिक्षक शामिल होंगे। इसके बाद चिन्हित किए गए मरीजों की जांच पर्यवेक्षक टीम करेगी, जिसमें एएनएम, एमपीडब्ल्यू तथा महिला बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक शामिल होंगे। कोरोना, डेंगू जैसी बीमारियों के लक्षण वाले मरीजों का ऑक्सीमीटर, दूर से तापमान लेने वाले थर्मामीटर से तापमान लिया जाएगा एवं उनके रक्तचाप का परीक्षण किया जाएगा। परीक्षण में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति का सैंपल लेकर कोरोना की जांच कराई जाएगी एवं फीवर क्लिनिक में उनका उपचार किया जाएगा। कोरोना पॉजीटिव आने वाले मरीजों का कोविड केयर सेन्टर एवं डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में उपचार होगा।