CBSE ने शुक्रवार को बताया कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण रद्द की गई 10वीं और 12वीं कक्षा की शेष परीक्षाओं में अंक, परीक्षार्थियों द्वारा प्राप्त उन विषयों के अंकों के औसत के आधार पर दिए जाएंगे। बोर्ड ने उच्चतम न्यायालय से मंजूरी मिलने के बाद मूल्यांकन योजना अधिसूचित की। योजना के अनुसार सभी परीक्षाएं देने वाले 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के नतीजे परीक्षाओं में उनके प्रदर्शन के आधार पर घोषित किए जाएंगे।
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि जिन छात्रों ने तीन से अधिक विषयों की परीक्षाएं दी हैं उन्हें जिन तीन विषयों में सबसे अधिक अंक मिले हैं उसके औसत अंक बाकी के उन विषयों में दिए जाएंगे जिनकी परीक्षाएं नहीं हुई हैं। उन्होंने कहा कि जो छात्र केवल तीन विषयों की परीक्षाओं में बैठे उन्हें जिन दो विषयों में सबसे अधिक अंक मिले हैं उसके औसत अंक बाकी के उन विषयों में दिए जाएंगे जिनकी परीक्षाएं नहीं हुई हैं। भारद्वाज ने कहा कि 12वीं कक्षा के बहुत कम खासतौर से दिल्ली के छात्र हैं जो केवल एक या दो विषयों की परीक्षाओं में बैठे हैं।
उनके नतीजे दी गई परीक्षाओं में प्रदर्शन और आंतरिक परीक्षाओं में या परियोजना मूल्यांकन के प्रदर्शन के आधार पर घोषित किए जाएंगे। साथ ही सीबीएसई ने कहा कि अगर 12वीं के छात्र चाहेंगे तो उन्हें अपना प्रदर्शन सुधारने के लिए वैकल्पिक परीक्षाओं में बैठने की अनुमति दी जाएगी। स्थिति अनुकूल होने पर बोर्ड बाद में परीक्षाएं कराएगा। बहरहाल, जो छात्र उन परीक्षाओं में बैठने का विकल्प चुनेंगे परीक्षाओं में उनका प्रदर्शन अंतिम अंकों के तौर पर माना जाएगा।