रायबरेली- दो साल बाद रायबरेली पुलिस ने दरोगा धर्मेंद्र गौतम हत्याकांड से पर्दा उठा दिया है। पुलिस ने दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन पर 15-15 हजार का ईनाम भी घोषित हुआ था। इससे पहले पुलिस दो अन्य हत्यारोपियों को जेल भेज चुकी है। चारों ने मिलकर दरोगा की गला रेतकर हत्या की थी। पुलिस के अनुसार 21 अगस्त 2018 को अमेठी जिले में तैनात दरोगा धर्मेंद्र गौतम की हरचंदपुर थाना क्षेत्र के गंगागंज स्थित टयूबवेल पर गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। मृतक दरोगा मझिगवां गांव के निवाड़ी थे। उनकी जमीन हरचंदपुर थाना क्षेत्र के गंगागंज के पास हाइवे के किनारे थी। मृतक जब भी छुट्टी पर आता था तो वहां जाता था। उसी जमीन के पीछे सोनू यादव की जमीन थी और रास्ते को लेकर दोनो में विवाद चल रहा था। इसी विवाद को लेकर दरोगा की हत्या की गई थी। पुलिस छानबीन में सोनू यादव, विजय यादव, बबलू चौरसिया व राम कुमार यादव का नाम प्रकाश में आया था। जिस पर पुलिस ने छानबीन शुरू की और हाल ही में सोनू यादव व राम कुमार को जेल भेज दिया था। फरार चल रहे अभियुक्त विजय यादव व बबलू चौरसिया पर पुलिस ने 15-15 हजार का इनाम घोषित कर रखा था और आज पुलिस ने फरार दोनो हत्यारोपितो को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि मृतक दरोगा हत्याकांड के सभी आरोपी अब सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं। हत्या में प्रयुक्त आला कत्ल भी बरामद कर लिया गया है। वही एसपी ने कहा कि खुलासा करने वाली टीम को ईनाम भी दिया जाएगा।