ज्योतिष में ग्रहण का बहुत महत्व है। ज्योतिषविदों का कहना है कि साल का पहला सूर्यग्रहण 21 जून को लगने जा रहा है। इस दौरान ग्रहण के समय ग्रह एवं नक्षत्रों का ऐसा अद्भुत संयोग बनने जा रहा है, जो पिछले 500 साल बाद बन रहा है। वहीं, 19 साल पूर्व भी 21 जून को सूर्यग्रहण पड़ा था। इस ग्रहण से राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा। साथ ही दान करने से संबंधित को पुण्य लाभ मिलेगा।
इस बार साल के सबसे बडे़ दिन 21 जून को दुर्लभ खगोलीय घटना होगी। ज्योतिषाचार्य गिरीश चंद्र शर्मा ने बताया कि आषाढ़ कृष्ण पक्ष अमावस्या यानी रविवार 21 जून को खंडग्रास सूर्यग्रहण (चूड़ामणि) लगेगा। इस योग में स्नान-दान का पुण्य फल प्राप्त होता है। यह सूर्यग्रहण पूरे देश में दिखाई देगा। सूर्यग्रहण पर ग्रहों की ऐसी स्थिति 500 सालों से नहीं बनी है। इस सूर्यग्रहण के समय छह ग्रह वक्री रहेंगे। यह स्थिति देश और दुनिया के लिए ठीक नहीं है।
बताया कि 21 जून को सुबह 10.30 बजे से सूर्यग्रहण दिखाई देगा। ग्रहण का मोक्ष दोपहर 02.04 बजे तक होगा। ग्रहण के 12 घंटे पहले सूतक लग जाएगा। सूतक 20 जून को रात 10.30 बजे से शुरू होगा, इस दौरान मठ-मंदिर के कपाट भी बंद हो जाएंगे। साथ ही सूर्य कर्क रेखा के ठीक ऊपर आ जाएगा। वहीं, 21 जून का दिन साल का सबसे बड़ा दिन भी होगा।