जयपुर। जवाहर कला केंद्र के ऑनलाइन लर्निंग चिल्ड्रन्स समर फेस्टिवल में ऑनलाइन लर्निंग सेशन के तहत जयपुर के तबला वादक डॉ. अंकित पारीक ने तबला वादन सेशन का संचालन किया। इस सेशन में रिदम, बीट और कम्पोजिशन पर विशेष ध्यान देते हुए तबला वादन के गुर सिखाए गए।
सेशन की शुरुआत में वाद्य यंत्र के रूप में तबले का संक्षिप्त परिचय दिया गया। उन्होंने कहा कि तबला एक लयबद्ध वाद्य है, जिसके संगीत में रिदमिक पैटर्न, दिलचस्प रचनाएं और जटिल बीट संरचनाएं शामिल हैं। तबले में दो ड्रम शामिल होते हैं और जिसे हाथों से बजाया जाता है। तबला वादन में दोनों ड्रमों के बीच तारतम्यता बनाए रखना होता है। इसके बाद कलाकार ने तबला बजाते समय शरीर और हाथ की स्थिति के बारे में समझाया।