बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का चौकाने वाला बयान सामने आया है। विजयवर्गीय ने कहा कि नौकरशाही को ऐसे ही घुटने टेक कर रहना चाहिए। इतना ही नहीं भाजपा महासचिव ने कहा कि अधिकारियों के घुटने टेकने के मामले को पता नही क्यों तूल दिया गया। इस मामले में आपत्ति उठने वाली कोई बात नही।
दरअसल, राजबाड़ा स्थित देवी अहिल्याबाई की प्रतिमा के समक्ष धरने पर बैठे पूर्व मंत्री एवं राऊ विधायक जीतू पटवारी, विधायक संजय शुक्ला, विधायक विशाल पटेल और शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने सुदर्शन गुप्ता की गिरफ्तारी की मांग की, साथ ही कलेक्टर को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर अड़ गए। कांग्रेस नेताओं की जिद बढ़ने के बाद एसडीएम ने हाथ जोड़कर और घुटने टेक कर धरना खतम करने की गुज़ारिश की। हालाँकि, एसडीएम के घुटने टेकने के वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर मनीष सिंह ने आपत्ति जतायी और प्रशासनिक अनुशासन के लिए SDM को कारण बताओ नोटिस दिया। इसके पश्चात SDM राकेश शर्मा का शनिवार देर रात तबादला कर दिया गया।
बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय का पहले भी इंदौर में तैनात अधिकारियों को धमकाते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था। पूर्व संभाग कमिश्नर आकाश त्रिपाठी के घर के बाहर धरने पर बैठे विजयवर्गीय ने एडीएम से कहा था कि हमसे मिलने के लिए अधिकारियों के पास समय नहीं है, इतने बड़े हो गए क्या? उन्हें समझना चाहिए कि वे जनता के नौकर हैं। ये बर्दाश्त नहीं करेंगे अब। वो तो संघ के पदाधिकारी शहर में हैं, नहीं तो आज इंदौर में आग लगा देता।