लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने की सोनू सूद ने जो कोशिश की देश भर में उसकी तारीफ हुई. लेकिन महाराष्ट्र में सत्ताधारी दल शिवसेना को यह तारीफ रास नहीं आ रही है. शिवसेना के मुखपत्र सामना में संजय राउत ने लिखा है कि कितनी जल्दी किसी को महात्मा बनाया जा सकता है.