तराना में हुए हत्याकांड का खुलासा। तराना पुलिस ने प्रेस कांफ़्रेस कर 1 माह बाद पुजारी हत्याकांड का खुलासा। नाबालिक ने अपराध कबूला। मोबाइल ने खोला राज़। ठीक एक माह बाद पुलिस को मिली सफलता, 5 मई को तराना की हनुमान टेकरी के समीप सुरेंद्र त्रिवेदी की रक्त रंजन लाश मिल थी। बार-बार पुजारी और नाबालिक की फोन पर बातें हुई। पुलिस को नाबालिग ने बताया कि, "पुजारी ने मुझे अकेले में टेकरी पर बुलाया, मोबाइल में कुछ वीडियो दिखाएं एवं गले में हाथ डाल हरकत करने लगे मुझे लगा यह ठीक नहीं है। धक्का दिया तो खून निकलने लगा एवं बेहोश होने लगे, तो मैंने सोचा पुलिस में पुजारी रिपोर्ट लिखा देंगे, इसलिए पत्थर से सर पर वार किए, जिससे पुजारी मौत हो गई।" किसी को शक नहीं हो इसके चलते पुजारी के अंतिम संस्कार में भी नाबालिक शामिल हुआ एवं इस दौरान गांव में ही रहा ,भागा नहीं। पुलिस द्वारा निर्मम हत्या के चलते पहले दिन से ही आईजी, डीआईजी, एसपी ने एक विशेष टीम बनाई थी,जिसमें एएसपी (W)आकाश भूरिया, अनुविभागीय अधिकारी रविंद्र बोयट ,थाना प्रभारी अशोक शर्मा, साइबर सेल प्रभारी राजाराम वास्कले एवं दर्जनभर पुलिस वालों की टीम में सफलता प्राप्त की। खुलासे में लगी टीम को आला अधिकारी ने इनाम देने की बात कही है। बाईट:-एडिशनल एसपी आकाश भूरिया