इंदौर में देवी अहिल्या मार्ग स्थित प्राचीन गणेश मंडल के अखाड़े और व्यामशाला को सील किए जाने के बाद अब नगर निगम ने अखाड़े के पास स्थित एक निर्माण को भी जमींदोज कर दिया है। हालांकि निगम अधिकारी जहां नोटिस दिए जाने के बाद इस कार्रवाई को किए जाने की बात कह रहे है वहीं निर्माण मालिक का आरोप है कि बिना किसी पूर्व नोटिस के निगम ने उन्हें ऐसे समय घर से बेघर कर दिया है जबकि पूरा शहर ही नहीं बल्कि पूरा देश अपने घरों में रहकर कोरोनावायरस से संघर्ष कर रहा है। दरअसल कुछ दिनों पहले क्षेत्रीय रहवासियों ने कलेक्टर मनीष सिंह को शिकायत की थी कि व्यामशाला में लॉक डाउन के दौरान असामाजिक लोगों की आवाजाही रहती है। व्यायामशाला के पास बनी अवैध गुमटीओ में लोग शराब पीते हैं, जिसके बाद कलेक्टर ने व्यामशाला का निरीक्षण भी किया था और अधिकारियों को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया था। कलेक्टर के निर्देश के बाद पहले जहां व्यायामशाला को सील किया गया, वहीं अब निगम की इस कार्रवाई को भी उसी का हिस्सा माना जा रहा है। हालांकि जिस निर्माण पर कार्रवाई की गई है वहां रहने वाले पंकज यादव ने आरोप लगाया है कि पिछले 62 वर्षों से उनका परिवार वहीं रह रहा है और कोर्ट से केस जीतने के बावजूद निगम ने गलत कार्रवाई की है।