गोंडा श्रमिक स्पेशल ट्रेन से गुजरात से बिहार जा रही एक गर्भवती महिला को ट्रेन में प्रसव पीड़ा होने के बाद गोण्डा रेलवे स्टेशन उतारा गया जहां एम्बुलेंस से महिला को महिला अस्पताल भर्ती कराया गया ।नार्मल डिलेवरी के बाद महिला ने एक बेटे को जन्म दिया ।महिला के पति ने इसके लिए रेलवे पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों को धन्यवाद दिया और कहा कि अगर समय से मदद नही होती तो मेरी बीबी और बच्चे की जान भी जा सकती थी ।हम सरकार की व्यवस्था से बहुत खुश है । बिहार प्रांत की पूर्णिया जिला की रहने वाली ये वो महिला नेहा खातून है जो गोण्डा महिला अस्पताल के वार्ड में अपने बच्चे को गोद में लिए बैठी एकटक निहार रही है और बहुत खुश है, साथ मे बैठे पति ने बताया कि हम पति पत्नी श्रमिक स्पेशल ट्रेन से गुजरात से बिहार जिला पूर्णिया अपने घर जा रहे थे ।ट्रेन में ही पत्नी को पेट मे दर्द होने लगा जिसकी सूचना मैंने रेलवे पुलिस को दी ।अगले स्टेशन गोण्डा में हम लोगों को रेलवे पुलिस की मदद से उतारा गया जहाँ एम्बुलेंस से मेरी पत्नी को महिला अस्पताल में भर्ती किया गया ।मेरी पत्नी को नार्मल डिलेवरी से एक बेटा हुआ ।मैं बहुत खुश हूं, अगर समय से मदद नही होती तो मेरी पत्नी और बच्चे की जान जा सकती थी ।मैं रेलवे पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों को धन्यवाद देता हूं और सरकार की व्यवस्था से मै बहुत खुश हूं ।वही ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स ने बताया कि नार्मल डिलेवरी से बेटा हुआ है माँ और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं ।