भारत—चीन सीमा पर एक बार फिर तनाव नजर आ रहा है। कोरोना वायरस के कहर के बीच यह खबर चौंकाती है कि चीन ने सीमा पर सैन्यबल बढ़ा दिए हैं। चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस का दंश पूरा विश्व झेल रहा है। भारत में भी इस समय हालात चिंताजनक है। देश का पूरा सिस्टम इस महामारी से बचाव की नीतियां बनाने में जुटा है, इधर चीन ने सीमा पर सैन्य गतिविधियां बढ़ाकर नई मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। इस बार डोकलाम की बजाय लद्दाख पर चीन की नजर है। खबर है कि यहां पर चीन ने ढाई हजार और सैनिक तैनात किए हैं। इस संख्याबल को इतना बढ़ाने को लेकर चीन की नियत साफ दिखाई देने लगी है। इसके बाद से पूर्वी लद्दाख की नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना ने भी अपनी हलचल बढ़ा दी है।
यहां के अधिकत क्षेत्रों में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच तनाव की स्थिति देखी जा रही है। चीन यहां पिछले एक सप्ताह से सैन्य गतिविधियों को बढ़ाता नजर आ रहा है। इसके बाद से भारत ने पैंगोंग त्सो और गलवान घाटी में अपनी स्थिति मजबूत की है। भारतीय सेना वर्तमान हालातों में हर स्थिति पर जवाब देने को यहां तैयार है। हालांकि यह क्षेत्र ऐसा है कि भारतीय सेना चीन से बेहतर स्थिति में है। गलवान घाटी में दरबुक शयोक दौलत बेग ओल्डी सड़क के पास भारतीय चौकी केएम-120 के अलावा कई महत्वपूर्ण ठिकानों के आसपास चीनी सैनिकों की उपस्थिति भारतीय सेना के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय है। यहां चीनी सैनिकों ने अस्थायी बंकरों का निर्माण भी शुरू कर दिया है।
सप्ताहभर से चल रही इन गतिविधियों के बाद भी राजनयिक तौर पर अभी दोनों देशों में से कोई आगे नहीं आया है। इस पर सेना की उत्तरी कमान के एक पूर्व कमांडर ने कहा है कि यह गंभीर मामला है। इसे भारतीय सेना भी अपना मजबूत पक्ष स्पष्ट करेगी। चीन की ओर से यह सामान्य तौर पर किया गया अतिक्रमण नहीं है। यह एक सोची—समझी साजिश है। लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों की बात करें तो यहां के गलवान क्षेत्र पर दोनों पक्षों में कोई विवाद नहीं है। जबकि डोकलाम पर तो लम्बा विवाद था। इसके बाद भी गलवान सीमा पर चीन के अतिक्रमण की साजिश चिंताजनक है। जबकि अभी पूरे विश्व की नजरें चीन पर हैं। चीन कोरोना वायरस को वुहान लैब में बनाने और विश्व को खतरे में डालने का आरोप झेल रहा है। अमरीका—भारत सहित कई देश विश्व स्वास्थ्य संगठन पर चीन का साथ देने के साथ ही इस मामले में जांच की मांग कर रहे हैं। इसके बाद भी चीन अपने हरकतों से बाज नहीं आ रहा। अब भारतीय सीमा पर चीन का अतिक्रमण एक नहीं मुसीबत खड़ी कर रहा है। भारतीय सेना का कहना है कि वो चीन के हर हमले का जवाब देने को तैयार है।