लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रवासी आयोग के फैसले पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तीखी प्रतिक्रिया दी है। मंगलवार को ट्वीट करते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि अब श्रमिकों के लिए नया आयोग बनाया जा रहा है जबकि 'एम्पलॉयमेन्ट एक्सचेंज' पहले से है। चाहे नीति आयोग हो, नया कोष या अब ये श्रम का विषय। जो है उसका उपयोग न करके हर एक मुद्दे पर कुछ नया बनाने का प्रयास क्यों? उन्होंने कहा कि ये सब सरकार का अपनी असफलताओं से ध्यान हटाने का तरीका व जन-धन का अपव्यय है।
एक और ट्वीट में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि यह सच है कि बुनियाद कभी दिखती नहीं पर ये नहीं कि उसे देखना भी नहीं चाहिए। जिन गरीबों के भरोसे की नींव पर आज सत्ता का इतना बड़ा महल खड़ा हुआ है, ऊंचाईयों पर पहुंचने के बाद, संकट के समय में भी उन गरीबों की अनदेखी करना अमानवीय है। ये 'सबका विश्वास' के नारे के साथ विश्वासघात है।