प्रदेश में कोरोना की जांच क्षमता बढ़कर 16 हजार 250 हो गई है। इस माह के अंत तक राज्य 25 हजार जांचें प्रतिदिन करने की क्षमता विकसित कर लेगा। राज्य में अब तक 3.27 लाख से ज्यादा लोगों के सैंपल लेकर जांच की जा चुकी हैं।
चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेशो अन्य राज्यों की तुलना में काफी बेहतर है। राज्य में रिकवरी रेशो लगभग 57 प्रतिशत है और यह 60 प्रतिशत तक रहा है। राज्य में हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं। सरकार की ओर से ज्यादा सैंपलिंग, क्वारेंटाइन, आइसोलशन, तुरंत उपचार जैसी सुविधाओं के कारण ही संक्रमण पर काबू पाया जा रहा है।
बाहर से आने वाले व्यक्ति का पीसीआर टेस्ट जरूरी —:
उन्होंने कहा कि प्रदेश के बाहर से आने वाले हर व्यक्ति के लिए 14 दिनों के होम या इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन अनिवार्य किया हुआ है, ताकि बाहरी से आने वाले व्यक्ति संक्रमण ना फैल सके। जो व्यक्ति बिजनेस के सिलसिले में या छोटे-मोटे काम के लिए राज्य में आ रहे हैं वे भी आरटी-पीसीआर टेस्ट कराकर आएं या फिर यहां टेस्ट के नेगेटिव आने के बाद ही लोगों के बीच में जाएं।