कोरोना संक्रमण वैश्विक महामारी घोषित होने के बाद देशभर में लाॅकडाउन लग गया था। लाॅकडाउन लगने पर मंदिर मस्जिद भी बंद हो गए थे। हर कोई अपने धार्मिक पूजा-पाठ व नमाज अपने घरों पर ही रहकर करते आ रहे हैं। लाॅक डाउन के बीच मुस्लिम समुदाय का पवित्र रमजान शुरू हो गया था। रमजान शुरू होने पर प्रशासन ने मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ बैठक कर सामूहिक रूप से कोई भी कार्यक्रम नहीं करने की अपील की थी। जिसके बाद सभी लोगों ने मस्जिदों में न जाकर अपने घरों पर रहकर महीने भर इबादत की तथा कोरोना के खात्मे की दुआएं मांगी। करीब 30 रोजे के बाद सोमवार को ईद उल फितर का त्योहार मनाया जा रहा हैं। वहीं हर साल ईद उल फितर के त्यौहार पर ईद की नमाज पढ़ने के लिए ईदगाह सहित मस्जिदे खचाखच भरी रहती थी। ईद उल फितर के त्योहार को लेकर डीएम जसजीत कौर व एसपी विनीत जायसवाल ने एक दिन पूर्व धार्मिक गुरुओं के साथ बैठक आयोजित की थी। जिसमें डीएम ने लॉक डाउन को लेकर सरकार की गाइडलाइन का पालन करने तथा ईद उल फितर पर भी रमजान की तरह ही घरों में रहकर इबादत करने की अपील की थी। इसके अलावा कैराना की जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना ताहिर ने भी ईद उल फितर से पहले सभी लोगों से ईद की नमाज अपने-अपने घरों में अदा करने की अपील की थी। वही धार्मिक गुरुओं व शासन प्रशासन की अपील के बाद ईद उल फितर के त्यौहार पर भी लोगों ने मस्जिदों में न जाकर अपने घरों पर नमाज अदा की। कोरोना संक्रमण महामारी के खिलाफ चल रहीं जंग में हर कोई एकजुट हैं। सभी लोग लाॅकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। सभी लोगों ने ईद की नमाज के बाद अल्लाह से कोरोना का खात्मा करने एवं देश में सुख की मांगी दुआएं।