भानपुरा तहसील के बाबुल्दा सोसाइटी लगे 8 दिनों से लंबी लंबी कतारें वाहनों की उपार्जन केंद्र पर गेहूं चना सरसो फसल लेकर खड़े है। 8 दिन से खड़े किसानों को इस धूप में ना छांव मिली ना पानी मिल पा रहा है। किसान जिस किराए के वाहन से फसल लेकर आया। जिन्हें प्रतिदिन 2000 रू. के हिसाब से भाड़ा देना पड़ रहा है। 5 से 8 दिन वाहनों खड़े होने से वाहन चालक किराया ले रहे जबकि प्रशासन की उदासीनता के कारण किसानों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। शनिवार को दुधाखेड़ी वेयर हाउस पर परेशान किसानों ने सड़क जाम कर जताया आक्रोश। जिसके बाद में गरोठ एसडीएम सकड़ जाम हटाया हालाकि किसानों की समस्या का कोई हल नहीं निकला सिर्फ आश्वासन मिला। किसानों को झूठा दिलासा देकर वापस लौटे हालांकि किसान संतुष्ट नहीं हुए। प्रशासन के कारण किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है, क्या हर साल किसानों की जो फसल आती है उसका पंजीयन होता है और उपार्जन केंद्रों पर तो तुलाई होती है। उस समय तक प्रशासन के नुमाइंदों को इस और अपनी पहले से तैयारी क्यों नहीं करते हैं। आखिरकार किसान भी परेशान क्यों होते हैं हर जगह यहां तक कि किसान अपनी फसल को 5 से 6 दिन इंतजार करने के बाद भी फसल को वापस ले जाते हुए नजर आए।