आगर-मालवा जिले में गत दिवस रतलाम जिले की आलोट विकासखण्ड की ओर से टिड्डी दल का आगमन हुआ। जो विकासखण्ड बडौद के ग्राम दुर्गपुरा, किषनकोट, ककडेल, सुआगांव, गुडभेली होते हुये, ढाबला छ़़़त्री तक पहुँचा।टिड्डी दल को क्षेत्र से भगाने हेतु कृषकों को जागरूक कर उनके द्वारा थाली, टिन के पीपे एवं प्रषासन द्वारा डी.जे. बजाकर भगाने की कार्यवाही की गई। परन्तु ढाबला छत्री में टिड्डी दल ने रात्री विश्राम किया। उक्त टिड्डी दल तीन किमी. लम्बा एवं दो किमी. चैडा आकार में पेड़ों पर खेजडी, बबुल, नीम, पिपल, आम, आदि पेड़ो पर बेठे पाये गये। शनिवार को सुबह चार बजे टिड्डी दल के नियंत्रण हेतु भारत सरकार के टिड्डी दल के प्लांट प्रोटेक्षन अधिकारी ओ.पी. चैधरी एवं उनकी पुरी टीम, उप संचालक, कृषि आर.पी. कनेरिया, आर.पी. शक्तावत, एस.डी.एम. महेंद्र सिंह कवचे, ए.के. तिवारी पी.डी. आत्मा, के.आर. सालमी एस.डी.ओ. कृषि, तहसीलदार कुषवाह, नायब तहसीलदार सोलंकी जी, आर.एस. भुरे एस.ए.डी.ओ. सम्बन्धित क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं आर.आई. पटवारी, जिला जनसम्पर्क अधिकारी दाधीच (पंडित ) एवं क्षेत्र के ग्रामीण ओर कृषक उपस्थित रहें। कलेक्टर संजय कुमार के मार्गदर्षन में टिड्डी दल के नियंत्रण हेतु फायर ब्रिगेड, ट्रेक्टर चलित स्प्रे पम्प, अल्ट्रा लो वाॅल्यूम स्प्रे के विषेषवाहन ट्रेक्टर टेंकरों आदि से मेलाथियान 96 प्रतिषत एवं क्लोरोपाईरीफास 20 प्रतिषत ई.सी. दवा का उपयोग कर लगभग 75 से 80 प्रतिषत टिड्डी दल को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया।