उत्तर प्रदेश में मजदूरों को बसों से पहुंचाने का विवाद अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में बसों को लेकर एक और विवाद शुरू हो गया है. लोग डाउन के दौरान राजस्थान के कोटा शहर में उत्तर प्रदेश के कई छात्र फस गए थे जिन्हें वापस उत्तर प्रदेश लाने के लिए वहां की सरकार द्वारा राजस्थान बसें भेजी गई थी लेकिन छात्रों की संख्या ज्यादा होने के कारण बसें कम पड़ गई और राजस्थान की सरकार ने बाकी बसों की व्यवस्था की. अब उन्हीं बसों का किराया उनके बीच विवाद का विषय बन गया है इस तरह से एक बार फिर साबित हो गया कि राजनीति के कारण सर आम आदमी के हितों को गौण कर दिया जाता है. और मजदूर राजनीति की भेंट चढ़कर पैदल चलने पर मजबूर हो जाते हैं. उत्तरप्रदेश में भी ये ही हुआ.जहां एक और कांग्रेस मदद के बहाने उत्तर प्रदेश की सरकार को नकारा साबित करना चाह रही थी वही भाजपा को डर था कि कांग्रेस को किसी तरह का राजनीतिक फायदा न मिल जाये.देखिए इस मुद्दे पर सुधाकर का कार्टून