बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान अम्फान अपने भीषण रूप में है। पश्चिम बंगाल में इस तूफान से एक लाख करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। यहां लगातार हो रही बारिश और तूफान की वजह से कोलकाता का एयरपोर्ट तक पानी में डूबा नजर आ रहा है। यहां के कई इलाके जलभराव से डूब गए हैं। तेज हवाओं से एयरपोर्ट का कुछ हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इस चक्रवाती तूफान ने बुधवार दोपहर से ओडिशा और पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा तबाही मचाई। इसकी वजह से बंगाल में करीब 12 लोगों की मौत की खबर आ रही है। यहां की कई इमारतें ध्वस्त हो चुकी हैं। पेड़ों के साथ ही बिजली के खंबे तक तूफान में गिर चुके हैं। इससे प्रभावित इलाकों में बिजली के साथ ही अन्य संचार की सेवाएं भी बाधित हुई हैं। यहां हवा की गति 150 किमी प्रति घंटा रिकॉर्ड की गई है, जो यहां तूफान के रूप में पेड़ों और इमारतों को नुकसान पहुंचा रही है।
कोलकाता एयरपोर्ट पर अगले आदेश तक सभी हवाई सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। फिलहाल कार्गों और बचाव संबंधी ऑपरेशन शुरू कर दिए गए हैं।
वहीं कोलकाता के रिहायशी इलाकों में हजारों पेड़ गिरनें से घरों के साथ सैकड़ों गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। बचाव टीमें व्यवस्था को दुरुस्त करने की कोशिशों में जुटी हैं।
पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया के बीच समुद्र तट से टकराने के बाद अम्फान तूफान का असर अब बिहार—झारखंड में भी दिखने लगा है। बिहार में गुरुवार सुबह से लगातार बारिश हो रही है। वहीं झारखंड की राजधानी रांची में 22 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। राज्य में हवा की अधिकतम रफ्तार जमशेदपुर में 43 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जा रही है। यहां के कई इलाके भारी बारिश की चपेट में है। बिहार के कई जिलों में तूफान के साथ बारिश जारी है। अधिकतर स्थानों पर जलभराव देखा जा रहा है।