रविवार को जनपद शामली के कैराना खादर क्षेत्र से करीब एक दर्जन प्रवासी मजदूर पैदल आ गए। प्रवासी मजदूरों में महिलाएं व पुरुष तथा छोटे मासूम बच्चे शामिल है महिलाओं ने बताया कि वें हरियाणा से चल कर यूपी में यमुना से पैदल पार हुए हैं। स्थानीय प्रशासन द्वारा इन मजदूरों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। सरकार के आदेश हैं कि किसी भी प्रवासी व्यक्ति को रेलवे लाइन अथवा सड़क मार्ग पर चलने नहीं दिया जाएं। शनिवार को मंडलायुक्तो, जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को इस आशय का पत्र मुख्य सचिव की तरफ से भेज दिया गया था। पत्र में लिखा हैं कि प्रवासी मजदूरों के खाने पीने की व्यवस्था की जाएं। सरकार के निर्देश के बावजूद भी प्रवासी मजदूर पैदल चलने को मजबूर हो रहे हैं। प्रवासी मजदूरों के आने की सूचना पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची तथा उनको बस के द्वारा कैराना के राधा स्वामी सत्संग भवन में बने शेल्टर हाउस में भिजवा दिया गया। मामले में कैराना एसडीएम देवेंद्र सिंह का कहना हैं कि सरकार के निर्देश हैं। अगर कोई प्रदेश का प्रवासी मजदूर किसी भी तरह आ रहा है तो उसको बसों के द्वारा उनके गृह जनपद भेजा जाए। हरियाणा प्रशासन द्वारा प्रवासी मजदूरों को बस मुहिया नहीं कराई जा रही हैं और जो प्रवासी मजदूर पैदल चल रहे हैं वह उनको मजबूरी हैं।