कोरोनावायरस संक्रमण से बिगड़ी देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कुछ नेताओं द्वारा मंदिरों में रखे सोने को उपयोग में लाने का सुझाव देने के बाद अब एक नई बहस छिड़ गई है। जहां कुछ नेता मंदिरों के साथ मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारे में दान में मिलने वाली राशि का भी उपयोग करने की बात कह रहे हैं, वही संत समाज से जुड़े कंप्यूटर बाबा ने अब राजनेताओं की घोषित अघोषित संपत्ति को राजसात करके देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की बात कही है। कंप्यूटर बाबा का कहना है कि देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के नाम पर कुछ तथाकथित जनसेवक (राजनेता) मठ मंदिरों के खजाने पर आँख गड़ाये बैठे है! मैं सरकार से माँग करता हूँ कि सर्वप्रथम मंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक, पूर्व मंत्री इत्यादि नेताओं की घोषित अघोषित सम्पत्ति को राजसात किया जाए। इसके पश्चात भी अर्थ की कमी रहती है, तो मठ मंदिर सदैव राष्ट्रसेवा में आगे रहें है और इस बार भी ऐसा ही होगा। मुझे पूर्ण विश्वास है न केवल मंदिर अपितु गुरुद्वारे, चर्च, मस्जिद इत्यादि भी देश को अपना सारा धन समर्पित कर देंगे।