महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश के तरफ़ पलायन कर रहे मज़दूरों के लिए अहिल्याबाई की पावन नगरी इंदौर एक आशा की किरण बन गया है। जहां प्रतिदिन हज़ारों मजदूर बिना भोजन और पानी के धूप में पैदल सफ़र कर रहे हैं वहीं इंदौर वासी बायपास पर सेवा के लिए मेला लगा कर इन प्रविसियों का स्वागत कर रहे हैं। कई संस्था और लोग अपने अपने योग्यता अनुसार भोजन, जल, वस्त्र, चप्पल आदि का दान कर रहें हैं। मानवता का यह अद्भुत द्रश्य देखकर वक़ाई कह सकते हैं कि इंदौर स्वच्छता में ही नहीं बल्कि अतिथि सत्कार में भी देश में नम्बर वन है।