सोशल मीडिया पर किसी फोटो और वीडियो के साथ छेड़छाड़ कर उसे वायरल कर दिया जाता है। वहीं किसी पुरानी फोटो और वीडियो को नया बताकर भी उसे शेयर किया जाता रहता है। कई बार सच्चाई कोसों दूर होती है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोग बिना सच जाने उसे वायरल करते रहते हैं।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है कि आंधप्रदेश के एक विधायक हाफीज खान ने एक नर्स को एक मौलवी से माफी मांगने पर मजबूर किया। सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक दावे के साथ इस नर्स को मौलवी के पैर छूने की फोटो वायरल हो रही है। तस्वीर इस दावे के साथ वायरल है कि मरीज को लेकर अपने अपमानजनक वाक्यों के लिए नर्स को मजबूरन उनसे माफी मांगनी पड़ी। राजस्थान पत्रिका की फैक्ट चैक टीम ने इस दावे की जांच की तो पता चला कि यह दावा गलत है। इस पोस्ट की पड़ताल की तो सच्चाई कुछ और ही सामने आई।
यह हो रहा वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल फोटो आंध्र प्रदेश के कर्नूल के एक क्वॉरंटीन सेंटर का है, जिसमें एक नर्स एक व्यक्ति के पैर को छूती नजर आती है। इस फोटो के साथ शेयर किया कैप्शन कहता है कि लेजिस्लेटिव असेम्ब्ली के सदस्य हाफीज खान, जो फोटो में सफेद शर्ट में हैं, उन्होंने नर्स को मौलवी के पैर छूकर माफी मांगने का आदेश दिया था। यह वायरल फोटो झूठे दावों के साथ शेयर किया जा रहा है। वायरल मैसेज में लिखा है कि यह नर्स अपने सहयोगियों से कह रही थी, अगर ये लोग जो मरकज जाते हैं, अगर वे खुद क्वारंटाइन पर गए होते, तो यह स्थिति पैदा नहीं होती।"