शामली मुजफ्फरनगर कोरोना वायरस के इस संकटकाल में केंद्र एवं राज्य सरकार के द्वारा लगातार दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों के लिए बस सेवा से लेकर उनके खाने-पीने की व्यवस्था तक के इंतजाम किए जा रहे हैं वही योगी सरकार भी दूसरे राज्य में फंसे अपने मजदूरों को वापस लाने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रही है लेकिन दूसरे राज्यों से अपने गृह जनपद पहुंच रहे हैं मजदूरों को प्रशासन की लापरवाही के चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ताजा मामला मुजफ्फरनगर के चरथावल थाना क्षेत्र का है जहां कल रात गुजरात के सोमनाथ जिले से लगभग 56 मजदूर अपने निजी खर्चे से दो बसों के द्वारा मुजफ्फरनगर के चरथावल थाना क्षेत्र में पहुंचे जब प्रशासन को इसकी सूचना मिली तो मौके पर पहुंची प्रशासनिक अमले ने इन सभी मजदूरों को चरथावल स्थित एक स्कूल में क्वारेंटाइन तो कर दिया पर शायद उनके रुकने और खाने का इंतजाम करना भूल गई जिसके चलते मजदूरों को पूरी रात बैठकर ही काटनी पड़ी। मजदूरों का आरोप है कि प्रशासन ने जिस स्कूल में मजदूरों को रोका है वहां पर ना तो किसी तरह से रहने की ना ही रुकने की व्यवस्था है और ना ही खाने-पीने की कोई व्यवस्था की गई है वह लगातार प्रशासन से मदद की मांग है।