वैश्विक महामारी से भारत में कोरोना वायरस से जंग लड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को देश में लाॅक डाउन किया था। जिस कारण सब कुछ बंद हो गया था। शराब के शौकीनों को भी शराब की दुकानें बंद होने के कारण परेशानी हो रही थी। लाॅक डाउन में पुलिस की सख्ती के कारण कोई भी अपने घर से नहीं निकल पा रहा था। जिले में कोरोना संक्रमित मामले नेगेटिव हो गए थे। जिस कारण जिला शामली को ऑरेंज में शामिल किया गया था। जिसके बाद प्रशासन ने सोमवार को भारत सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक लाॅक डाउन में कुछ जरूरत के सामान के साथ ही शराब की दुकानों को खोलने की छूट देने का निर्णय लिया। परिणाम स्वरूप जनपद सहित कैराना में शराब की दुकानें खोला खोली गई थी। जिसके बाद शराब के शौकीनों को भी शराब पीने की ललक उठी। दूसरे दिन भी मंगलवार को लोग सुबह शराब के ठेके पर पहुंच गए। शराब की दुकानें खुलने का इंतजार करने लगे। शराब पाने को शराब के शौकीन धूप में खड़े होने को मजबूर हो रहे हैं। प्रशासन ने पहले दिन से ही शराब के ठेकों के बाहर बैरिकेटिंग के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए गोल घेरे बनाए हैं। जहां पर कुछ हद तक शराब के शौकीन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन तो कर रहे हैं, लेकिन शराब लेने वालों की लाइनों में कुछ ऐसे लोग भी मिले जिनके घर में राशन नहीं हैं, लेकिन वें भी शराब पाने के लिए सबसे आगे नजर आए।