आगर मालवा -सुसनेर लॉकडाउन-2 में लगातार ड्यूटी दे रहे कई पुलिसकर्मी ऐसे भी है जो परिवार के सदस्यों से मिल नहीं पा रहे है। उनका हालचाल जानने के लिए अब मोबाइल ही उनका सहारा बन गया है। कोरोना संक्रमण के चलते लॉक डाउन में ड्यूटी करने के बाद इनके चेहरों पर कोई शिकन नहीं है। कोई अपनी बेटे को निहार रहा है तो कोई अपने माता पिता के हालचाल जान रहा है । पुलिस आरक्षक आशीष सोनी दो साल से थाने पर पदस्थ है। कोरोना ड्यूटी में घन्टो जनता की सेवा के लिए जुटे रहते है। 8 अप्रैल को आशीष सोनी की पत्नी विनीता सोनी ने बेटे को जन्म दिया पत्नी को जब डिलेवरी के लिए जब ले जाया गया तो पुलिस आरक्षण ने वीडियो कॉलिंग से ही उनका हाल जाना था। आज 23 दिन बीत गए लेकिन ड्यूटी छोड़कर नहीं गए और बेटे व पत्नी को रोज वीडियो कॉल से ही निहार कर उनका हालचाल जान रहे है। 8 अप्रैल को बेटे ने लिया जन्म पुलिस आरक्षक आशीष सोनी की पत्नी विनीता सोनी ने अपने मायके शाजापुर अस्पताल में बेटे को जन्म दिया। पहला बच्चा घर मे होने वाला था ऐसे में आशीष सोनी को शायद घर पर होना चाहिए था। घर से फोन भी आया लेकिन आशीष सोनी का फर्ज खुशियों और घर की जिम्मेदारी के आड़े आ गया। अंत मे आशीष ने घर न जाकर लॉकडाउन में ड्यूटी देना बेहतर समझा।