महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है, लेकिन इसके बाद भी एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार लगातार शिवसेना को गोल-गोल घुमाए जा रहे हैं. शिवसेना का दावा है कि सरकार बनाने को लेकर उसके पास बहुमत है लेकिन जब यही सवाल एनसीपी से किया जा रहा है तो वो यही कह रही है कि कांग्रेस से चर्चा के बाद ही इस बारे में कोई फैसला ले पाएगी. उधर कांग्रेस के नेता भी बार-बार एनसीपी के साथ बैठक करने की बात कर रहे हैं. बुधवार को भी जब एनसीपी नेता अजित पवार से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, हम कांग्रेस से चर्चा करने के बाद ही इस पर कोई फैसला ले सकते हैं. शिवसेना का घोषणापत्र एनसीपी-कांग्रेस से अलग था जबकि कांग्रेस और एनसीपी का एक था इसलिए हमारी आपसी समझ कांग्रेस के साथ पहले है. ऐसे में कांग्रेस से चर्चा के बाद ही हम शिवसेना के साथ कोई चर्चा कर पाएंगे.