नागरिकता संशोधन कानून के बाद देश में हिंसा रातों रात नहीं फैली बल्कि इसे प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया. हिंसा फैलाने के लिए भारी मात्रा में पैसा जमा किया गया. हिंसा में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) का नाम सामने आने के बाद जांच में कई खुलासे हो रहे हैं. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के नाम से 27 बैंक खाते खोले गए. इनमें 9 बैंक खाते रिहैब इंडिया फाउंडेशन के हैं, जो पीएफआई से जुड़े संगठन हैं. इसी संगठन ने 17 अलग-अलग लोगों और संगठन के नाम पर 37 बैंक खाते खोले हैं.