उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने पिछले वक्त में हुई सरकारी भर्तियों में गड़बड़ी का खुलासा किया है। दरअसल, 2011-2013 और 2016 में टीजीटी-पीजीटी के ऐसे विषयों के लिए चयन प्रक्रिया शुरू हुई थी। जो विषय प्रदेश के माध्यमिक स्कूलों में ही नहीं थे। हैरानी की बात तो ये है कि 2013 के जीव विज्ञान ग्रेजुएट टीचर के पद पर 187 उम्मीदवारों का चयन कर लिया गया और उन्हें कॉलेजों में भी भेज दिया गया। गड़बड़ी सामने आने के बाद चयन बोर्ड के सचिव ने सख्त कदम उठाया है और 2016 के टीजीटी-पीजीटी के आठ विज्ञापनों को निरस्त कर दिया है.