राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि इस देश में मुसलमान नहीं रहेंगे, तो ये हिंदुत्व नहीं होगा. उन्होंने कहा, 'हम कहते हैं कि हमारा हिंदू राष्ट्र है. हिंदू राष्ट्र है इसका मतलब इसमें मुसलमान नहीं चाहिए, ऐसा बिल्कुल नहीं होता. जिस दिन ये कहा जाएगा कि यहां मुस्लिम नहीं चाहिए, उस दिन वो हिंदुत्व नहीं रहेगा.'
बता दें कि 17-19 सितंबर तक तीन दिन चलने वाले संघ के इस कार्यक्रम में देश के कई प्रसिद्ध लोग भाग ले रहे हैं, इनमें धार्मिक नेता, फिल्म कलाकार, खेल हस्तियां, उद्योगपति व विभिन्न देशों के राजनयिक शामिल हैं. हालांकि विपक्षी नेताओं ने इसमें शामिल होने से इंकार किया था और कहा था कि ऐसा कोई निमंत्रण नहीं मिला है.
आरएसएस की स्थापना 1925 में हुई थी और यह संगठन केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी के विचारधारा का स्रोत माना जाता है. आरएसएस की तीन दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला सोमवार से शुरू हुई है जिसके केंद्र में हिंदुत्व और भारत के भविष्य को रखा गया है.