सपा और बसपा के इस चुनावी गठबंधन को लोकसभा चुनाव के पहले बीजेपी के खिलाफ बनने वाले गठबंधन की बुनियाद के तौर पर देखा जा रहा है।
वहीं बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती दोनों सीटों को बचाए रखने की है। गोरखपुर सीट पर जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है वहीं फूलपुर लोकसभा सीट को सांकेतिक तौर पर बेहद अहम माना जा रहा है।