आतंकी हमले के दौरान जब आतंकी बस पर गोलियां बरसा रहे थे तब बस ड्राइवर ने सलीम ने बस रोकी नहीं और चलाना जारी रखा। अगर बस रुक जाती तो और ज्यादा लोगों की जान हमले में जा सकती थी।