रविवार को बैतूल ने नया इतिहास रच दिया। जनप्रतिनिधियों, जिला प्रशासन एवं समाजसेवियों के सहयोग से 114 दिव्यांग जोड़ों ने सात फेरे लिए और एक-दूजे के हो गए।