निर्भया केस (Nirbhaya Case) में चारों दोषियों की फांसी का दिन और समय तय होने के बाद से तिहाड़ जेल प्रशासन में हलचल है। यहां रविवार को चारों आरोपियों को डमी फांसी दी गई। यानी फांसी देने का पूर्वाभ्यास किया गया। यह इसलिए भी किया जाता है, ताकि फांसी की प्रक्रिया बिना किसी मुश्किल के पूरी की जा सके। इसके साथ ही जिन रस्सों से फांसी दी जानी है, उन्हें भी आजमा लिया जाता है। फांसी देने की रिहर्सल किस तरह की जाती है, यह भी बड़ा सवाल है। आपको बता दें कि इस क्रम में चारों दोषियों के वजन के बराबर मिट्टी और पत्थरों को बोरे में भरकर, उनका पुतला बनाया गया। इसके बाद तिहाड़ की 3 नंबर जेल में बकायदा सभी अधिकारियों की मौजूदगी में पुतलों को फांसी पर लटकाया गया।