सवाल फिर वही है कि निर्भया दोषियों ( Nirbhaya Gangrape Case ) की फांसी कहीं आगे के लिए ना टल जाए। इस पर निर्भया की मां भी कह चुकी कि जब तक वो चारों दोषियों को फांसी पर चढ़ता नहीं देख लेती, तब तक उन्हें फांसी की तारीखों को लेकर विश्वास नहीं। आपको बता दें कि इससे पहले 22 जनवरी को चारों की फांसी तय की गई थी, लेकिन दया याचिकाओं और उनके खारिज होने के चौदह दिनों के नियम के चलते 22 जनवरी को फांसी नहीं हो पाई। इसके लिए अगली तारीख 1 फरवरी तय की गई। बुधवार को निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले में दोषी मुकेश को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है। राष्ट्रपति द्वारा याचिका खारिज किए जाने के खिलाफ लगाई गई याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस आर बानुमति, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस ए एस बोपन्ना की बेंच ने यह फैसला सुनाया। फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हमने राष्ट्रपति के पास भेजे गए सारे दस्तावेजों की जांच की है। जेल में प्रताडना दया के लिए कोई आधार नहीं माना जा सकता।