रेलवे के बयान से साफ है कि ट्रेनें चलना तो फिलहाल तय नहीं हुआ है, लेकिन ऑनलाइन टिकट बेचकर सुविधा
शुल्क से रेलवे रोज 22 लाख रुपए कमा रहा है। दरअसल रेलवे का उपक्रम
आईआरसीटीसी रेलवे टिकट की बुकिंग कर रहा है। 14 अप्रेल के बाद की ट्रेनों के लिए ये
बुकिंग की जा रही है और रेलवे इन्हें बेचकर रोजाना सवा लाख लोगों से 15 व 30 रुपये कमा
रहा है। ये रुपये सुविधा शुल्क के नाम पर लिए जा रहे हैं। वह भी तब जब 15 अप्रैल से ट्रेनों
के चलने पर कोई निर्णय नहीं हुआ है। ये टिकट भारतीय रेलवे का इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड
टूरिज्म कार्पाेरेशन (आईआरसीटीसी) बेच रहा है, जो रेलवे का ही उपक्रम है।
एक से दूसरी जगह जाने की उम्मीद में लोग भी सुविधा शुल्क देकर ऑनलाइन टिकट बुक
करवा रहे हैं, यदि ट्रेनें नहीं चली तो इन्हें घर बैठे नुकसान होगा। जबकि, रेलवे और
आईआरसीटीसी को फायदा होगा। इस सुविधा शुल्क के नाम पर देश भर से रेलवे रोज 22
लाख रुपये कमा रहा है।