जहां एक तरफ लोगों में कोरोना संक्रमण का भय सता रहा है वहीं दूसरी तरफ सदर हॉस्पिटल में यहां पर कार्य कर रहे डॉक्टरों द्वारा बाहर से लिखी गई मंहगी दवाओं का खौफ रोगियों के चेहरे पर साफ तौर से झलक रहा है। हॉस्पिटल के महिला वार्ड में भर्ती हुई जनपद के उसरैना की यास्मीन और उसकी मां ने अपना दर्द कुछ इस तरह बताया।