आज जनपद फतेहपुर के सुल्तानपुर थाना के अंतर्गत कुछ लोगों को पलायन करते देखा जो कि पटना बिहार से आ रहे थे। उन लोगों से जब इस कि जानकारी ली गई तो उस मे विनोद नाम के एक व्यक्ति ने बताया कि हम करीब बीस दिन से सफर कर रहे हैं। भुखमरी और बेरोजगारी से इधर-उधर भटक रहे हैं। यह वह लोग हैं जिन का अपना कोई आशियाना नहीं जो कि शहरों के फुटपाथ पर ही अपनी झोपड़ी बना कर रोटी रोजी कमाकर अपना व परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। लेकिन अब उन्हें अपना स्थान छोड़ना पड़ा क्यों कि लॉक डाउन के कंडीसन में शहरों में दो वक्त की रोटी भी जुटा पाना मुश्किल पड़ गया। अब यह लोग निकल पड़े हैं ऐसे स्थान की ओर जहां इन को सुकून से दो वक्त की रोटी नसीब हो सके। यह वह लोग हैं जिन के पास सरकारी कोई लाभ नही मिल सका। क्यों कि इन का अपना कोई मूल निवास ही नही आज यहां तो कल वहां। ऐसे हिन्दुतान में लाखों की संख्या में लोग मौजूद हैं। जो निकल पड़े हैं। उस जगह की तलाश में जहां कोई मदद कर सके और यह इस कोरोना के साथ -साथ भुकमरी से बच सकें।