कोरोना वायरस का प्रकोप दुनियाभर में फैला हुआ है। भारत में भी कोरोनावायरस से काफी मामले सामने आ चुके हैं। कोविड.19 बीमारी के लिए जिम्मेदार वायरस, जिसने विश्व स्तर पर 7000 से अधिक जानें ली हैं, उसके बारे में एक नए अध्ययन में यह खुलासा हुआ है कि कोरोनावायरस हवा और जमीन पर कई घंटों तक सक्रिय रहता है। अमेरिकी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के शोधकर्ताओं ने पाया कि गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम कोरोनावायरस. वातावरण में तीन घंटे तक, तांबे पर चार घंटे तक, कार्डबोर्ड पर 24 घंटे और प्लास्टिक, स्टेनलेस स्टील पर दो.तीन दिन तक सक्रिय रहता है। न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक निष्कर्ष में एसएआरएस.सीओवी.2 की स्थिरता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है, जिससे कोविड.19 बीमारी पैदा होती है। उसमें बताया गया है कि दूषित वस्तुओं को छूने से और हवा के माध्यम से लोगों में यह कोरोना वायरस प्रवेश कर सकता है। हवा में ये संक्रमित व्यक्ति की छींक आदि से निकली पानी की छोटी बूंदों में जिंदा रहता है।