ट्रेन परिचालन संबंधी प्रोटोकॉल (Protocol) तैयार हैं। कोरोना
पर गठित मंत्रियों के समूह के निर्देश-सुझाव के अनुसार उक्त प्रोटोकाल को
यथावत अथवा बदलाव के साथ लागू किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि उत्तर भारत
में 307 ट्रेन चलाने की योजना है। इसमें से एडवांस बुकिंग के चलते 133 ट्रेन में
सीटे हाउसफुल होने के कारण लंबी वेटिंग चल रही हैं। वेटिंग टिकट को रद
किया जाएगा।
इतना ही नहीं स्टेशन पर प्रवेश के दौरान रेल यात्रियों को मास्क व दस्ताने दिया
जाएगा। इसके एवज में रेलवे यात्रियों से मामूली शुल्क लिया जाएगा। स्टेशन व
ट्रेन में यात्रियों के लिए मास्क लगाना अनिवार्य होगा। कमोबेश रनिंग स्टाफ को
भी मास्क व दस्ताने पहनने जरुरी होंगे। कोच के भीतर बाहरी वेंडर का प्रवेश
पूरी तरह से वर्जित होगा।
ट्रेन के सभी चारो दरवाजे बंद रहेंगे। जिससे
गैर जरुरी व्यक्ति का प्रवेश नहीं हो सकेगा। ट्रेन पूरी तरह से नॉन एसी होगी और नॉन स्टाप (एक स्टेशन व दूसरे स्टेशन) चलेगी। जरुरत के मुताबिक एक अथवा
दो स्टेशनों पर रोका जा सकता है। ट्रेन की कोच की साइड बर्थ खाली रहेगी
जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके। इसके अलावा एक केबिन
(छह बर्थ मिलाकर एक केबिन) में सिर्फ दो यात्री सफर करेंगे।